विज्ञानं आय चाँद पर पहुँच गेल ये मुदा अखनो धैर किछु जगह पर अधविश्वास अपन चरम पर अछि। सहरसा जिला में किछु एहने घटना देखय ले भेटल
भेल इ की सहरसा जिला के पस्तपार गाम के एकटा महिला उषा देवी के पेट में दरद के शिकायत रहे जकरा कारण से ओ चारि दिन से सदर अस्पताल में भरती रहे। एकरा से पहिने ओ रंजेश रंजन के प्रायवेट क्लिनिक पर इलाज करेलक रहे मुदा कोनो सुधर नै भेल। अंत में ओ अस्पताल के रुख करलक, परसु जखन उषा के टांका कटल तखने ओता दू टा तांत्रिक कैलू पासवान आ दधिराम पासवान उषा के परिवार बला से भेट करलक आ ओकरा भरोसा दिलेलक जे हम हिनका ठीक कए देब। फेर की परिवार बला के आँखि चमैक गेल, आ दुनु गोते भीड़ गेल अपन प्रयास में। उषा के जमीन पर सुता देल गेल आ पान, सुपारी, फुल, अक्षत, आ अगरबत्ती से हुनकर भुत उतारे लागल। एकटा कबूतर सेहो मंगाएल गेल। तांत्रिक के कहनाए रहे की हम जेना जेना मंत्र पढ़ब तहिना तहिना कबूतर मरत आ उषा ठीक भए जाएत।
मंत्र शुरू भेल आ संगे लोग के भीड़ सेहो जमा हुए लागल। उषा बेचारी कराहैत रहल आ तांत्रिक मंत्र में व्यस्त मुदा बहुत देर भए गेला के बाद जखन कोनो सुधार नै भेल ते तांत्रिक के परेशानी बढ़य लागल आ मौका देखके भागल ओ झोरा-झपट्टा समेटि के।
मुदा लोग सब सजग रहे ओ तांत्रिक के पकैड़ लेलक आ फेर जमि के कुटम्मस भेल। एता सबसे पैघ गोप ई ये की सदर अस्पताल के परिसर में ई सब लीला भए रहल रहे ओही में अस्पताल प्रशासन किया नै किछु केलक किया ओ मूक दर्शक बनि सबटा खेल देखैत रहल?
भेल इ की सहरसा जिला के पस्तपार गाम के एकटा महिला उषा देवी के पेट में दरद के शिकायत रहे जकरा कारण से ओ चारि दिन से सदर अस्पताल में भरती रहे। एकरा से पहिने ओ रंजेश रंजन के प्रायवेट क्लिनिक पर इलाज करेलक रहे मुदा कोनो सुधर नै भेल। अंत में ओ अस्पताल के रुख करलक, परसु जखन उषा के टांका कटल तखने ओता दू टा तांत्रिक कैलू पासवान आ दधिराम पासवान उषा के परिवार बला से भेट करलक आ ओकरा भरोसा दिलेलक जे हम हिनका ठीक कए देब। फेर की परिवार बला के आँखि चमैक गेल, आ दुनु गोते भीड़ गेल अपन प्रयास में। उषा के जमीन पर सुता देल गेल आ पान, सुपारी, फुल, अक्षत, आ अगरबत्ती से हुनकर भुत उतारे लागल। एकटा कबूतर सेहो मंगाएल गेल। तांत्रिक के कहनाए रहे की हम जेना जेना मंत्र पढ़ब तहिना तहिना कबूतर मरत आ उषा ठीक भए जाएत।
मंत्र शुरू भेल आ संगे लोग के भीड़ सेहो जमा हुए लागल। उषा बेचारी कराहैत रहल आ तांत्रिक मंत्र में व्यस्त मुदा बहुत देर भए गेला के बाद जखन कोनो सुधार नै भेल ते तांत्रिक के परेशानी बढ़य लागल आ मौका देखके भागल ओ झोरा-झपट्टा समेटि के।
मुदा लोग सब सजग रहे ओ तांत्रिक के पकैड़ लेलक आ फेर जमि के कुटम्मस भेल। एता सबसे पैघ गोप ई ये की सदर अस्पताल के परिसर में ई सब लीला भए रहल रहे ओही में अस्पताल प्रशासन किया नै किछु केलक किया ओ मूक दर्शक बनि सबटा खेल देखैत रहल?
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