जन्म लेलोंउ जों मिथिला मे त मैथिल छी
कर्म केलोंउ जों मिथिला मे त मैथिल छी
मीठ बोल जों सदिखन सबहक ठोर रहे
पान मखान स स्वागत होए त मैथिल छी
कपटी माय नै होए ये सदिखन याद राखु
सीता सन जों माय भेटल त मैथिल छी
कवी कोकिलक गान स जों मधुर छलके
उगना बनि भगवान् भेटल त मैथिल छी
अपने मुंह नै करब बड़ाई जानी लिया
मिथिला हमर गाम भेल त मैथिल छी
कर्म केलोंउ जों मिथिला मे त मैथिल छी
मीठ बोल जों सदिखन सबहक ठोर रहे
पान मखान स स्वागत होए त मैथिल छी
कपटी माय नै होए ये सदिखन याद राखु
सीता सन जों माय भेटल त मैथिल छी
कवी कोकिलक गान स जों मधुर छलके
उगना बनि भगवान् भेटल त मैथिल छी
अपने मुंह नै करब बड़ाई जानी लिया
मिथिला हमर गाम भेल त मैथिल छी
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अपन मोनक भावना के एते राखु