काल्हि सोंसे श्रीराम सेंटर मिथिलाक रंग में डूबल छल, एहन लागि रहल जेना मिथिला आय दिल्ली म उतैरी गेल। मौका रहे मैथिली लोक रंग (मैलोरंग) क तत्वाधान म अविनाश चन्द्र मिश्रक नाटक 'मुक्ति पर्व' क। जेकर अनुवाद केलैथि अछि जीतेन्द्र झा आ निर्देशित केलैथि युवा निर्देशक प्रकाश झा।
साँझक ७ बजे जखन हॉल क परदा उठल आ हाथ में बांसक चंगेरा लेने मैथिली गीत गुनगुनायत मैथिली लोक रंगक दिग्गज कलकार मंच पर आयल त एक बेर एहन लागल जेना मिथिला एते उतैर गेल छल।
मिथिलाक पारंपरिक नटुआ नाच शैली में प्रस्तुत एही नाटक क मंचन अद्भुत छल। भाई बहिनक प्रेम स सरोबार एही नाटकक हरेक अभिनेता आ अभिनेत्री अपन अपन चरित्र संगे संपूर्ण रूप स न्याय केलक। शुरुआत म मंचक सूत्रधार क रूप म जखन निलेश जी आ विपटा क रूप में संतोष जी मंच पर आयल त सभगोटे के थपड़ी रुकय क नाम नै लए रहल रहे। फेर मंच पर आयल मुकेश झा जी जे चुड़क के चरित्र क जीवंत कए के एक बेर फेर अपन अभिनय क लोहा मनेलक। सामा क रूप में सपना आ साम्ब क रूप में अभिनेता अनिल सेहो अपन भूमिका क संग नीक जोंका न्याय केलक। कुल मिलाके दू घंटा क ई नाटक दर्शकक भरपूर मनोरंजन केलक आ दर्शक लोकैनि के थपड़ी क रोकि नै सकल।

मुदा एही सभ कमी क मैलोरंगक मांजल आ कुशल अभिनेता आ अभिनेत्री क बीच किछु नै बुझायल आ जे मनोरंजन क दर्शक आशा करि रहल रहे ओ हुनका पूर्ण रूपेण भेटल।
एकटा आर गप जे सबसे बेसी जरुरी छल ओ ई जे मैथिली नाटकक इतिहास मे शायद इ पहिल बेर छल जे श्रीराम सेंटर सभागार व्यवसायिक रूप स खचाखच भरल छल। व्यवसायिक एही लेल कियाकि पहिल बेर मैलोरंग अपन नाटकक लेल सौ टकाक टिकट राखलक रहे। मुदा तखनो पूरा श्रीराम सेंटर खचाखच भरल छल।
इ मैलोरंग क मेहनतक प्रति लोक क विश्वास आ मैथिली रंगमंच क व्यावसायिक भविष्य कए रेखांकित करैत अछि।
सभागार मे दर्शक क रूप मे विहार विधान सभाक सदस्य बिनोद नारायण झा, इसमाद क संपादक कुमुद सिंह, मोहल्ला लाइव क संपादक अविनाश दास, हेल्लो मिथिलाक हितेंद्र जी, मैथिली नाटकक लोग किसलय कृष्ण संगे कईटा विशिष्ट लोक उपस्थित छलथि। नाटकक बाद युवा निर्देशक आ मैलोरंग संस्थाक संस्थापक निदेशक प्रकाश झा उपस्थित दर्शक लोकनि और कलाकार कए धन्यवाद ज्ञापित केलथि आ कर्यक्रम समाप्ति क घोषणा केलक।
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