शनिवार, 23 जुलाई 2011

केंद्र देलक सनेश, कोशी क्षेत्र में मैथिली में बाजत मोबाईलक आईवीआर


अखन उपभोक्ता के मोबाइल व्यस्त अछि, अहाँ से निवेदन अछि कनी काल बाद कोशिश करू, जे नंबर लए अहाँ कोशिश कए रहल छी ओ अखन सेवा में नै ये, ई नंबरक सेवा समाप्त भए गेल ये... किछु एहने आवाज सुनाई देत कोशी क्षेत्र के लोग के जखन ओ एक दोसरा के मोबाइल पर नंबर मिलायत। कोशी क्षेत्र के लोग के लेल एकटा बड़का खुशखबरी छल आब मैथिली में बाजत मोबाइलक आईवीआर। सहरसाक विधायक श्री आलोक रंजन के पहल सफल भेल आ केंद्र के तरफ से अनुकूल जवाब भेटल। ज्ञात होए की की फरवरी में अलोक रंजन जी केंद्रीय संचार मत्री के एकटा पत्र लिखलक रहे जाहि में ओ निवेदन केलैथि रहे की मैथिली संविधान के अष्टम सूचि में शामिल भाषा ये आ तेलुगु आ मराठी जेना एकरो मोबाइल के आईवीआर में शामिल काएल जाए। ओ एकर पक्ष में बहुतो आर तर्क देले रहे जेना ग्रामीण क्षेत्र के लोग हिंदी या अंग्रेजी बेसी नै बुझी पाबय ये ते दुवारे से मैथिली करने से हुनका आसानी रहत।
आ आख़िरकार विदायक जीक मेहनत सफल भेल आ पाँच महिना के बाद केंद्र सरकार के तरफ से हुनका अनुकूल जवाब भेटल। केन्द्रीय संचार मंत्री काबिल सिब्बल ताहि लेल मानि गेल ये आ एही पर काज शुरू भए गेल ये। मंत्री जी एतोका क्षेत्र के जीएसएम् क्षेत्र वृद्धि पर भी जोड़ देलक ये। किछु दिन आर इन्तेजार करू जहिना इलेक्ट्रोनिक प्रक्रिया पूरा भए जाएत अहाँ सभ अपन मोबाइल पर मैथिली में उद्घोषणा सुनब।
सहरसाक विधायक श्री आलोक रंजन के एही काज से कोशी क्षेत्र संगे संपूर्ण मिथिला में हर्ष के लहर दौड़ गेल ये। हुनकर एही काज के लेल अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् के अध्यक्ष विनय कुमार चौधरी हुनकर विशेष बधाई देलक ये। मिथिलाक एही लाल सही में मिथिला के लेल एकटा पैघ काज केलक ये मिथिला मंच आ संपूर्ण मिथिला के तरफ से हमर हार्दिक शुभकामनाए।

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