पहिलुक बेर कॉलेज में एही तरह के घटना भेल
गाम से बी-टेक करय ले झाजी जखन पटना गेल
मुश्किल भेल बहुतहीं मुदा अंत में कॉलेज भेट गेल
एड्मीसन लेनाय रहे तेs झट से अन्दर घुसि गेल
मुंह से झाजी के बोल नै फूटल आब कोना दी उत्तर
गेट पर ठार छौडी जे कहलक अन्दर आउ ने सर
गेट पर ठार छौडी जे कहलक अन्दर आउ ने सर
ओ छौडी के अंग्रेजी से झाजी अपन बेहाल भेल
कंठ सुखैत, आंखि मुंदैत,पसीना से बुरा हाल भेल
कॉलेज के पहिल दिन से झाजी अनजान रहे
मोंछ पर ताव आs दिल में बड़ अरमान रहे
मुदा कॉलेज के दामाद से कए बचि सकल ये
पहिलुके बेर में टीक गेल आ मोंछो नै बचल ये
एक साल तलक झाजी के कॉलेज में एही हाल रहल
कखनो मुजरा के छौडी ते कखनो मुरगा बनल रहल
दोसर साल से झाजी के सबटा अभिलाष पूरा भेल
कुलानंद मिश्रा से ओ कॉलेज के 'कूल मेक' बनी गेल
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अपन मोनक भावना के एते राखु