गुरुवार, 5 मई 2011

तेलिबाक तेल...

भोलुआ तेली गाँव में करैत तेल के सेल
गली मोहल्ला घूमी रहल तेल लियो यो तेल
तेल लियो यो तेल कड़कल एहन बोली
लागय तड़कल बिजली आ की छुटल गोली
कहलक खट्टर कक्का किछु दिन शांति छाएल
भोलुआ तेली एक साल नै गाम आयल

अन्झक्के में भेटल एक दिन मरियल रहल चाल
देह सुखि के कांटा बन गेल पिचकल दोनों गाल
पिचकल गाल से गाम-घोर में धक्का खाएत
ले हो बाबू तेल बकरी जेना मिमियाबैत
पुछलक खट्टर कक्का झट से एहन कोना हाल भेल
मिमियाबैत,पछ्ताबैत कहलक कक्का हमार बियाह भs गेल


काका हाथरसी की रचना तेली के ब्याह का मैथिल अनुवाद...

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