शुक्रवार, 3 जून 2011

मरत कबूतर जियत मरीज़

विज्ञानं आय चाँद पर पहुँच गेल ये मुदा अखनो धैर किछु जगह पर अधविश्वास अपन चरम पर अछि। सहरसा जिला में किछु एहने घटना देखय ले भेटल
भेल इ की सहरसा जिला के पस्तपार गाम के एकटा महिला उषा देवी के पेट में दरद के शिकायत रहे जकरा कारण से ओ चारि दिन से सदर अस्पताल में भरती रहे। एकरा से पहिने ओ रंजेश रंजन के प्रायवेट क्लिनिक पर इलाज करेलक रहे मुदा कोनो सुधर नै भेल। अंत में ओ अस्पताल के रुख करलक, परसु जखन उषा के टांका कटल तखने ओता दू टा तांत्रिक कैलू पासवान आ दधिराम पासवान उषा के परिवार बला से भेट करलक आ ओकरा भरोसा दिलेलक जे हम हिनका ठीक कए देब। फेर की परिवार बला के आखि चमैक गेल, आ दुनु गोते भीड़ गेल अपन प्रयास में। उषा के जमीन पर सुता देल गेल आ पान, सुपारी, फुल, अक्षत, आ अगरबत्ती से हुनकर भुत उतारे लागल। एकटा कबूतर सेहो मंगाएल गेल। तांत्रिक के कहनाए रहे की हम जेना जेना मंत्र पढ़ब तहिना तहिना कबूतर मरत आ उषा ठीक भए जाएत
मंत्र शुरू भेल आ संगे लोग के भीड़ सेहो जमा हुए लागलउषा बेचारी कराहैत रहल आ तांत्रिक मंत्र में व्यस्त मुदा बहुत देर भए गेला के बाद जखन कोनो सुधार नै भेल ते तांत्रिक के परेशानी बढ़य लागल आ मौका देखके भागल ओ झोरा-झपट्टा समेटि के
मुदा लोग सब सजग रहे ओ तांत्रिक के पकैड़ लेलक आ फेर जमि के कुटम्मस भेल। एता सबसे पैघ गोप ई ये की सदर अस्पताल के परिसर में ई सब लीला भए रहल रहे ओही में अस्पताल प्रशासन किया नै किछु केलक किया ओ मूक दर्शक बनि सबटा खेल देखैत रहल?

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