बुधवार, 9 मार्च 2011

डायन कहय पर भेटत ३ सालक सश्रम कारावास के सजा

आब ओ दिन लैद गेल ये जखन कोनो महिला के डायन कहीके निर्वस्त्र क के घुमायल जाय रहल रहे! बदलैत बिहार में आब नै महिला सब आत्मनिर्भर भ गेल ये मुदा आपन ऊपर होए रहल हिंसा के भी प्रतिकार कए रहल ये!
घरेलू हिंसा के गिरैत ग्राफ आओर डायन कही के महिला के निर्वस्त्र क के घुमायल जाय के परंपरा से निजात मिलनाय ई बातक पुख्ता करय ये की महिला सब के आब घूँघट के देहरी के लाँघ केर प्रतिकार करय लेल आयब गेल ये! अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौका पर सदर थाना सुपौल में भेल डायन प्रथा प्रतिमेध अधिनियम पे आयोजित भेल विचार विमर्श में ओ गूंज आगाँ आयल देखल गेल जेकर उपेक्षा सुशाशन के सरकारक से करल जायत रहै।
महिला दिवस पर महिला के जोश के देखि के टा शेर याद आयब गेल
            "ओ खुद तय करय ये मंजिल आसमान के
             चिड़िया के नै देल जाय ये पोथी उड़ान के"

विमर्श कए संबोधित करैत स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता सारंग कुमारी बतौलक जे  राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लेल काफी गंभीर ये। मुदा सरकारक मंसूबा के कामयाब बनाबै के लेल हमरो सब के आपन नजरिया में बदलाव लाबय के पडैत!ओ घरेलू हिंसा और डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम के कानूनी जानकारी दैत बतेलक की सूबा में १९९९ से ही डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम लागु ये !ई अधिनयम के तहत अगर कोनो गाम में कोनो व्यक्ति के डायन कैह के संबोधित करल जाय ये ते हुनका ३ महिना के सश्रम कारावास के प्रावधान ये ! एतने टा नै अगर कोनो महिला के डायन कही के शारीरिक आ मानसिक कष्ट पहुंचाबै ये ते हुनका १ सालक सश्रम कारावास के प्रावधान ये!
ओ बतेलक जे महिला पर होएत घरेलू हिंसा के रोकय के लेल ते ढेर कानून बैन गेल ये मुदा ओकरा तोडै के लेल ढेर उपाय ढूंढ़ लेल गेल ये! ताहि लेल ई परिवर्तन के दौर में कानुनक भूमिका ओतय कारगर नै ये जेतय सामाजिक भूमिका! ई मौका पर निक संख्या में महिला जुटल रहे ताहि साथ महिला कल्याण से जुडल लोग सब भी मौजूद रहे!

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