सोमवार, 21 मार्च 2011

काल भए जायत बिहार के ९९वर्ष आऊ मनाबी मिल के बिहार दिवस के लोकपर्व

होली के खुमार एखन उतरल नै हायत की एक बेर फेर बिहार मस्ती के रंग में रंगाबे लागत जी हाँ हम गोप कए रहल अछि बिहारक जन्मदिन के मंगल के दिन बिहार के ९९बर्ष पूरा भए जायत। शनि-रवि के लोग बाग होली के मस्ती में मस्त रहे आ सोम के दिन बांकी के पुआ पूरी सठेता की मंगल से फेर एकटा उत्सव के रंग में रंगेय ले तैयार भए जेता।

मंगल दिन २२तारीख के अपन बिहार पूरा २२ साल के भए जायत आ हम प्रवेश कए जायब बिहार के १००वां साल में। ई अवसर पर बिहार में तीन दिन तलक उत्सव के मनाबै के घोषणा माननीय मुख्यमंत्री जी केलखिन ये जाही में कईक तरहक कार्यक्रम सेहों होयत रहत

एते अहाँ सब के बता दी की अंग्रेजक जमाना में बिहार पाहिले बंगाल के हिस्सा रहे आ काल्ह की ही दिन यानी २२मार्च १९१२ के अपन बिहार बंगाल से अलग भए के अपन बिहार बनल एही दिन से हरेक साल २२ मार्च के बिहार दिवस के रूप में मनाओल जाय ये।ई बेर उत्सव मानबाई के लेल सब टा जिला के तीन-तीन लाख रुपया सेहों देल गेल ये। एतबे टा नै बिहार के गौरव के ई उत्सव के लेल देश आ विदेश में रहेय वला बिहारी आ बिहार
फाउंडेशन सेहो बिहार उत्सव के लेल कमर कैस लेले ये

मुख्य कार्यक्रम पटना के गाँधी मैदान में आयोजित हेताह आ जेकरा लेल बहुत दिने से सब गोटा तैयारी में लागल रहे।गीत-नाद के कार्यक्रम के साथै-साथ मनोरंजन के खूब निक जोंका व्यवस्था अछि जाही के साथ बिहारक लोग बिहार के भांति-भांति के व्यंजन के भी मजा लए सके छै।

ई मस्ती आ मज़ा पूरा तीन दिन तलक चलत। उत्सव के तैयारी के जोर शोर याह बात से पता लगाय ये की एकर तैयारी साल भैर पाहिले से शुरू भाय गेल रहे, तैयारी के देखेत एकटा बात ते साफ़ ये ई बेर होली के खुमार एतबा जल्दी नै उतरत।

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