गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

नहाय खाय आय शुरू भए गेल ये छ्ठी के तैयारी ...

शुरू भए गेल ये छैठक तैयारी आय ये नहाय खाय।सब व्रती अपन-अपन तयारी में लायग गेल ये आस्था के ई महान पर्व के लेल। मिथिलाक संस्कृति में लोक आस्था के महापर्व छठ के बहुत पैघ स्थान अछि। ओना ते कार्तिक मास में होए वाला छठ में लोगेन सबहक खूब उत्साह देखल जाय ये  मुदा चैती छठ करय वाली व्रतियो के कोनो कमी नै ये,हुनको संख्या दिनक-दिन बढ़ल जाय अछि। नहाय-खाय से पहिलुक दिन बाजार में सूप-डगरा से लए के  नारियल आ भांति-भांति के पूजन सामग्री किनय के लेल उमड़ल व्रति के भीड़ एहि गोप बताय रहल रहें की लोग में श्रद्धा दिन प्रतिदिन बढ्लें जाय रहल ये। बांसक बनल डगरा साठ से नब्बे टका जोड़ा बिक रहल ते  सूप की कीमत तीस से पचास रुपये प्रति जोड़ा बिक रहल ये।दौरा के दाम ते ई बेर चोकां देलक ये एकर कीमत  एय बेर अस्सी से सौ रुपया पीस बिकी रहल ये। नवरात्र होये के बावजूद नारियल के दाम सामान्य ये मुदा नहाय-खाय के लेल कद्दू बीस से तीस रुपये किलो तक बिक रहल ये  लेकिन आस्था के लेल एकर कोनो महत्त्व नै ये

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